Invention By Prof. Haider Ali(On Lichi)
मुजफ्फरपुर जिला भले ही मुजफ्फरपुर लीची के लिएविख्यात हो, लेकिन इसकी समस्याएं भी कम नहीं है, जो समसामयिक प्रबंधन तकनीक के अभाव के कारण है। इससे क्षमता के अनुरूप उत्पादन प्रभावित होता है। किसान समस्या से तो रूबरू होते हैं, लेकिन इसके समाधान का सही ज्ञान उनके पास नहीं होता। जागरुकता व विशेषज्ञों की कमी समस्या को और बढ़ा दिया है। इससे लीची की लाली मद्धिम पड़ने लगती है। इन समस्याओं को बखूबी समझा है राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार व सहरसा गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज के इलेक्ट्रॉनिक विभाग के व्याख्याता डा. हैदर ने। लीची की समस्याओं व इसके निदान को कंप्यूटर से जोड़कर वर्षो के शोध के बाद इससे संबंधित एक्सपर्ट सिस्टम विकसित करने में इन दोनों को सफलता मिली है। क्या है एक्सपर्ट सिस्टम : एक्सपर्ट सिस्टम किसी फसल से संबंधित कंप्यूटर से जुड़ी एक ऐसी प्रणाली है। इस आधार पर तैयार साफ्टवेयर प्रोग्रामिंग प्रश्न व उत्तर पर आधारित होता है। विदेशों में यह प्रणाली काफी लोकप्रिय है। पहली बार लीची में इसका प्रयोग सफल रहा है। कैसे होगा काम : इस प्रणाली के तहत लीची की समस्याओं से संबंधित पूछे गए सवाल का तुरंत जवाब मिलेगा। अनपढ़ किसान भी इसका लाभ उठा सके इसके लिए लीची में लगने वाले सभी रोगों व उसके निदान से संबंधित फोटो भी कंप्यूटर के स्क्रीन पर आ जाते हैं। इस विधि में लीची की समस्याओं को कीट, बीमारी व दैहिक विकार तीन भागों में बांटा गया है। सवाल जवाब सह चित्र पहचान के साथ-साथ निदान के उपाय के क्रमबद्ध किया गया है। जिससे किसान आसानी से निर्णय ले सके। क्या होगा लाभ : एक्सपर्ट सिस्टम से वैसे सुदूर गांवों में रहने वाले किसान भी लीची से संबंधित समस्याओं की जानकारी पलक झपकते पाया जा सकता है। तीव्र संचालित विधि होने के कारण समय की बचत के साथ-साथ संसाधनों का उपयोग सही तरीके से होगा। इसके माध्यम से लीची में आधुनिक तकनीकों का प्रयोग आसान हो जाएगा। क्या कहते हैं विशेषज्ञ : राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार कहते हैं कि लीची के लिए यह अनूठी पहल है। इससे घर बैठे आम किसानों को लीची के संबंध में पूरी जानकारी मिल जाएगी। सहरसा गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक कॉलेज के इलेक्ट्रॉनिक विभाग के व्याख्याता सह शोधकर्ता डा. हैदर कहते हैं कि देश की परंपरागत खेती में आधुनिक तकनीकों के माध्यम से बदलाव के लिए यह सिस्टम विकसित करने का विचार उनके मन में आया। विकसित देशों में इस टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग हो रहा है। यह रोबोट खेती का पहला स्टेज है। डा. हैदर का मानना है कि हर जगह तो लीची के बेहतर विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हो सकते। एक्सपर्ट सिस्टम इस कमी को दूर करने का एक महत्वपूर्ण साधन बनेगा।